लिखा उसने अपने पंखों पर अनहद नाद
और उड चली फ़डफ़डाते पंखों को
गिरने से पहले
कटने से पहले
मिटने से पहले
कर दिया उसने अपना जीवन सम्पूर्ण
देकर इक संदेश
"प्रेम बिना जीना नाहीं "
और कटते रहे उसके पंख
बिखरता रहा संगीत
हवाओं में , फ़िज़ाओं में
धरती में , आकाश में
बस गूँज रही है तभी से ये धुन अनहद नाद सी दशों दिशाओं में………क्या सुनी तुमने भी ?
और उड चली फ़डफ़डाते पंखों को
गिरने से पहले
कटने से पहले
मिटने से पहले
कर दिया उसने अपना जीवन सम्पूर्ण
देकर इक संदेश
"प्रेम बिना जीना नाहीं "
और कटते रहे उसके पंख
बिखरता रहा संगीत
हवाओं में , फ़िज़ाओं में
धरती में , आकाश में
बस गूँज रही है तभी से ये धुन अनहद नाद सी दशों दिशाओं में………क्या सुनी तुमने भी ?
22 टिप्पणियां:
उन्मुक्त प्रेम के गीत उसकी दास्तां गूँज रही है गगन में ... इस उपवन में ... प्रेम ही तो जीवन है ...
सुंदर बहुत ही सुंदर, जीवन का यही चरमोत्कर्ष है, शुभकामनाएं.
रामराम.
अनहद नाद महसूस करने की बात है। कोई सुन नहीं पाता, कोई सुना नहीं पाता।
बहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति जया प्रदा भारतीय राजनीति में वीरांगना .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MAN
जीना कैसा प्रेम बिन
bahut hi gahan abhiwayakti....vandna jee...
सुंदर भावों की अभिव्यक्ति
RECENT POST: होली की हुडदंग ( भाग -२ )
सुन्दर....
सुंदर प्रेमाभिव्यक्ति वन्दना जी .....
साभार...
काश प्यार का यही सन्देश सारी फिजाओं में सुनाई दे तो कितना अच्छा हो.
सुंदर कविता, सार्थक सन्देश .
मूर्खता दिवस की मंगलकामनाओं के आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल सोमवार (01-04-2013) के चर्चा मंच-1181 पर भी होगी!
सूचनार्थ ...सादर..!
बहुत सुंदर ..... प्रेमपगे भाव
सुंदर अनुभूति
उत्कृष्ट प्रस्तुति
बधाई
अनहद नाद प्रेम का , उसके लिये जो गंवाया !
बहुत बढ़िया !
’प्रेम बिना जीना नाही,
हां,मैंने भी सुना.
प्रेम बिना जीना नाहीं--
हां,मैंने भी सुना.
प्रेम बिना जीना नाही---
हां,मैंने भी सुना.
swakchand aakash me kulache bharta
hrran rupi man,
वाह ... बहुत ही बढिया।
बेहतरीन अभिव्यक्ति, पढ़ते समय बहुत सारे similar sentiments आ रहे थे .. .
सादर शुभकामनाएं,
मधुरेश
प्रेम बिन भी क्या जीवन .
सुन्दर
बहुत सुन्दर...
पधारें "आँसुओं के मोती"
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