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बुधवार, 27 मार्च 2013
प्यार का रंग
प्यार का रंग
कभी तोते सा हरा
तो कभी उसकी
लाल चोंच सा तीखा
मन को लुभाता है
सच में प्यार
हर रंग में ढल जाता है
किसी को बैंगनी रंग में भी
आसमाँ दिख जाता है
तो किसी को स्याह रंग में
अपना श्याम नज़र आता है
किसी की चाहतों में
नीले गुलाब मुस्काते हैं
तो किसी की स्वप्निल आँखों में
गुलाबी रंग मंडराता है
तो किसी को हर रंग में
सिर्फ़ प्यार का इंद्रधनुष ही
नज़र आता है
कोई अधरों पर पीली सरसों
उगाता है
तो कोई धरा के धानी रंग में
अपने प्रेम की पींग बढाता है
सच तो ये है
उन पर तो बस प्यार का रंग ही चढ जाता है
जो किसी भी तेल या साबुन से ना छुट पाता है
प्यार करने वालों को तो प्यार में हर रंग प्यार का ही नज़र आता है……………
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15 टिप्पणियां:
प्यार के रंग इन्द्रधनुषी ... होली के रंग ओर प्रेम के रंग में क्या अंतर ...
होली की शुभकामनाएं ...
प्यार के रंग अनेक..
हैप्पी होली
बहुत ही गहरे रंगों और सुन्दर भावो को रचना में सजाया है आपने.....
हाँ ,एक ही रंग इन्द्र-धनुष बन जाता है !
बेहतरीन सुंदर अभिव्यक्ति ,,,वंदना जी ,,,
आपको होली की हार्दिक शुभकामनाए,,,
Recent post: होली की हुडदंग काव्यान्जलि के संग,
बेहद सुन्दर मनमोहक प्रस्तुति वंदना जी होलिकोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं
भावपूर्ण प्रस्तुति.बहुत शानदार भावसंयोजन .आपको बधाई.होली की हार्दिक शुभ कामना .
ना शिकबा अब रहे कोई ,ना ही दुश्मनी पनपे
गले अब मिल भी जाओं सब, कि आयी आज होली है
प्रियतम क्या प्रिय क्या अब सभी रंगने को आतुर हैं
हम भी बोले होली है तुम भी बोलो होली है .
सुन्दर कविता !
बहुत सुन्दर.....होली की शुभकामनाएं ...
पधारें कैसे खेलूं तुम बिन होली पिया...
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल शुक्रवार के चर्चा मंच-1198 पर भी होगी!
सूचनार्थ...सादर!
--
होली तो अब हो ली...! लेकिन शुभकामनाएँ तो बनती ही हैं।
इसलिए होली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल शुक्रवार के चर्चा मंच-1198 पर भी होगी!
सूचनार्थ...सादर!
--
होली तो अब हो ली...! लेकिन शुभकामनाएँ तो बनती ही हैं।
इसलिए होली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
प्रेम में ही दुनिया के सारे रंग भर कर भेज दिये हैं ईश्वर ने।
प्यार का हर रंग सुंदर होता है ....
ऐसा ही है प्यार का रंग , जिस पर चढ़ा , न भाये कोई दूजा रंग !
सुन्दर अभिव्यक्ति
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