ज़ार ज़ार रोती है
इक दुल्हन मुझमें
ये आस्माँ के सीने पर
किसने अलाव जला दिया
जो घटा तो सुलगता चाँद बना……अमावस्या का
और बढा तो वक्र गति मे चलता ग्रहण बना ………पूनम का
उम्र के दोज़ख में
पनाहों के परदे नहीं लगा करते
हवा के आने जाने को
कुछ देर ठहरने को
साँस लेने को
झिर्रियों का होना भी तो जरूरी होता है
फिर चाहे आर पार
ना जमीन हो ना आसमान
बस एक निर्वात
अनन्त से अनन्त तक
और उसमे
घूँघट डाले खडी
उम्र की साँझ की दुल्हन
इंतज़ार की बैसाखी लिये
सुदूर दक्षिण में खोज रही हो
कहीं अपना कोई …………एक शून्य
जो घूँघट उठाने की परम्परागत
रस्म को निभाने की ज़हमत उठाये
और चाँद उम्र की दहलीज़ पर नीला हो जाये
नीलगगन में चाँद का नीलापन
मानो घूँघट उठाती दुल्हन के चेहरे पर हया की लाली हो
और मैं नीलगगन में नीले चाँद की अन्तिम अरदास बन जाऊँ ………
उफ़ ! ख्वाबों के बिछौने पर नींद का कम्बल
उलझी लट कोई गिरी हो कपोलों पर मचलती हुयी
और फ़ूँक मार उसे उडा रहा हों …………कोई
जीने के लिये इतना सामान बहुत है …………अब और क्या चाहूँ ?
22 टिप्पणियां:
sundar...
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति,धन्यबाद.
मेरे ब्लोग्स संकलक(ब्लॉग कलश)पर आपका स्वागत है,आपका परामर्श चाहिए.
"ब्लॉग कलश"
मन की भावनाएं बखूबी लिखी हैं
बेह्तरीन अभिव्यक्ति
प्यार पाने को दुनिया में तरसे सभी, प्यार पाकर के हर्षित हुए हैं सभी
प्यार से मिट गए सारे शिकबे गले ,प्यारी बातों पर हमको ऐतबार है
प्यार के गीत जब गुनगुनाओगे तुम ,उस पल खार से प्यार पाओगे तुम
प्यार दौलत से मिलता नहीं है कभी ,प्यार पर हर किसी का अधिकार है
बहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति मीडियाई वेलेंटाइन तेजाबी गुलाब संवैधानिक मर्यादा का पालन करें कैग
बहुत सुन्दर और गहरी रचना..
मन के गहरे तक उतर जाने वाली रचना
सुंदर प्रतीक सार्थक कहन
बहुत बहुत बधाई
behatareen andaz aur surkh kalam se likhi gyee sundar prastuti
bahut sunder...
जादू जादू
पूत के पांव पालने से झलक रहे है.... बहुत आर्शीवाद..... बहुत आगे जाओगे....
वन्दना गुप्ता जी
इस अवसर पर आपको और भाई साहब को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
मन के विचारों से बना सुन्दर गुलदस्ता |
आशा
बहुत ही सघन भाव पूर्ण प्रस्तुति आपको शादी की साल गिरह मुबारक हो आपके जीवन में खुशियाँ ही खुशियाँ हो भगवान का आप लोगों के सिर पर आशीर्वाद का हाथ हो
शुभकामनायें आदरेया
बनी रहे यह युगलबंदी-
स्वस्थ सुखी चैतन्य-
सादर
उम्दा भावनात्मक प्रस्तुति
Latest post हे माँ वीणा वादिनी शारदे !
बहुत सुंदर, अच्छी रचना
वर्षगांठ की हार्दिक शुभकामनाएँ!
सादर
बहुत सुन्दर रचना है रूपकात्मक अभिव्यक्ति अर्थ और भाव की (उसमें ,उड़ा शुद्ध रूप लिख लें ,बिंदी लगनी रह गई है दोनों स्थान पर ).
मुबारक प्रणय की सिल्वर जुबली .डेट्रॉइट में एक डॉ सैनी हैं .सिलवर जुबली पर विवाह की उन्होंने दोबारा अपनी बारात निकाली सेहरा
बाँध पहुंचे अपने घर द्वारे .बेहद ज़िंदा दिल इंसान हैं डॉ सैनी .
बहुत सुन्दर रचना है :जीने के लिए इतना सामान बहुत है ....... रूपकात्मक अभिव्यक्ति अर्थ और भाव की (उसमें ,उड़ा शुद्ध रूप लिख
लें ,बिंदी लगनी रह गई है दोनों स्थान पर ).
मुबारक प्रणय की सिल्वर जुबली .डेट्रॉइट में एक डॉ सैनी हैं .सिलवर जुबली पर विवाह की उन्होंने दोबारा अपनी बारात निकाली सेहरा
बाँध पहुंचे अपने घर द्वारे .बेहद ज़िंदा दिल इंसान हैं डॉ सैनी .
"25 वर्षों का सफ़र एक स्वप्न-सा"
vandana gupta
ज़िन्दगी…एक खामोश सफ़र
आज, 15 फरवरी को
ज़िन्दगी…एक खामोश सफ़र, एक प्रयास, ज़ख्म…जो फूलों ने दिये वालीं
श्रीमती वन्दना गुप्ता की वैवाहिक वर्षगांठ है।
बहुत सुन्दर रचना वन्दना जी ! वैवाहिक वर्षगाँठ की आप दोनों को हार्दिक शुभकामनाएं ! इतनी कोमल इतनी सुन्दर आपकी हर अभिलाषा पूर्ण हो यही दुआ है ! वसंत पंचमी की आपको हार्दिक शुभकामनाएं !
kya andaz hai......badhayee ho.
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