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बुधवार, 28 दिसंबर 2011

क्या कर सकोगे तुम ऐसा


जानती हूँ
हाल तेरा तुझसे ज्यादा
जो बातें तेरा दिल
तुझसे नहीं कह पता
वो मुझे आकर बता जाता है
देख कितना अपना है
मत रातों को ख्वाब
सजाया कर
मत रात के तकिये पर
मोहब्बत सजाया कर
खामोश दीवारें
कब बोली हैं
वहाँ तो सिर्फ
मोहब्बत चिनी है
मोहब्बत की है
दर्द भी सहना होगा
वियोग का गम भी
हँस के पीना होगा
ये तू भी जानता है
और मैं भी
फिर इतनी बेकरारी क्यूँ
चाहत को मंजिल मिल जाये
तो बुलंद कब होती है
जो मिटटी में मिल जाये
हर आग में जल जाये
हर सितम सह जाये
मौत भी जहाँ
रुसवा हो जाये
तब जानना
वो ही मोहब्बत होती है
छोड़ दे रातों को जागना
छोड़ दे दरो दीवार से लिपटना
करनी है तो ऐसे कर मोहबब्बत
कि काँटों को भी रश्क होने लगे

चाँद तारे भी सजदा करने लगें
जमीं आसमाँ भी तेरे क़दमों तले
झुकने लगें
मोहब्बत में फ़ना होना बड़ी बात नहीं
मज़ा तो तब है जिए तो ऐसे
तेरे जीने से दुनिया को
रश्क होने लगे
क्या कर सकोगे तुम ऐसा
मोहब्बत की खातिर
दे सकोगे मोहब्बत का इम्तिहान

और जी सकोगे हँस कर…………

37 टिप्‍पणियां:

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

चाँद तारे भी सजदा करने लगें
जमीं आसमाँ भी तेरे क़दमों तले
झुकने लगें
वाह ..मुहब्बत करो तो कुछ इस अंदाज़ में ... अच्छी प्रस्तुति

वाणी गीत ने कहा…

मुहब्बत में फ़ना हो जाना कोई बड़ी बात नहीं ,बात तो हँस कर जीने में है !
वाकई !

अरुण चन्द्र रॉय ने कहा…

बहुत ही सुंदर ....!!

रश्मि प्रभा... ने कहा…

इम्तिहान मुमकिन नहीं होता
प्यार हो तो इम्तिहान क्या

कुमार संतोष ने कहा…

वाह ! सुंदर रचना बेहतरीन प्रस्तुति !

Amrita Tanmay ने कहा…

बहुत सुन्दर अंदाज़..

अजय कुमार झा ने कहा…

बेलौस , बेसाख्ता और बेपनाह ...यूं ही जिन्दगी का ये सफ़र खामोशी की गुनगुनाहट में चलता रहे । आपको बहुत बहुत शुभकामनाएं आने वाले नय वर्ष , नए पलों के लिए दोस्त जी ।

Rajesh Kumari ने कहा…

bahut achche bhaav behtreen prastuti.

मनोज कुमार ने कहा…

मुहब्बत की ख़ातिर मुहब्बत का इम्तहान जिसने दिया समझिए उसने ग़ालिब की आग का दरिया पार कर ही लिया।

सदा ने कहा…

वाह ... बहुत खूब कहा है आपने ...।

बेनामी ने कहा…

मुहब्बत का इम्तेहान नहीं लेना चाहिए अगर वो फ़ैल हो जाये तो बहुत तकलीफ होती है|

संध्या शर्मा ने कहा…

मोहब्बत में फ़ना होना बड़ी बात नहीं
मज़ा तो तब है जिए तो ऐसे
तेरे जीने से दुनिया को
रश्क होने लगे...

सचमुच नया अंदाज प्यार करने का... बहुत ही सुन्दर रचना...

दिगम्बर नासवा ने कहा…

मोहब्बत में फ़ना होना बड़ी बात नहीं
मज़ा तो तब है जिए तो ऐसे
तेरे जीने से दुनिया को
रश्क होने लगे ...

बिल्खुल ठीक कहा है ... मुहब्बत में जीवे वाले बहित कम होते हैं ... सभी बस काटते हैं .. लाजवाब लिखा है ..

shikha varshney ने कहा…

मोहब्बत में मरते तो बहुतों को देखा है. तुम जी कर दिखलाओ तो जाने.
बढ़िया रचना.

ZEAL ने कहा…

bahut sundar rachna ..

अजय कुमार झा ने कहा…

प्रश्न कठिन है ...जीवन से भी ज्यादा

Sanju ने कहा…

प्रेरणात्मक विचार

कुमार राधारमण ने कहा…

यहां प्रेम वृहत्तर फलक पर है। हर युग में ऐसे प्रेमी रहे हैं,हर युग में उनका इम्तिहान लिया जाता रहा है और हर युग में ऐसों को पहचानने में भूल हुई है। हर युग में प्रेमियों की यही नियती है!

Rohit Singh ने कहा…

हंस के जीना ही तो आसान नहीं है..हंसे तो लोग कहते हैं तुम क्ंयू इतना मुस्कुरा रहे हो, क्या ग़म है जो चबा रहे हो....कई लोग रश्क करते हैं, पर हम तो जीते हैं.....

ASHOK BIRLA ने कहा…

हाल तेरा तुझसे ज्यादा
जो बातें तेरा दिल
तुझसे नहीं कह पता
वो मुझे आकर बता जाता है
देख कितना अपना है....bahut hi prabhavsali rachna

PRAN SHARMA ने कहा…

SEEDHE - SAADE SHABDON MEIN SEEDHEE
- SAADEE BHAVABHIVYKTI MAN KO CHHOO
GAYEE HAI .

दिलबागसिंह विर्क ने कहा…

आपकी पोस्ट आज के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
कृपया पधारें
चर्चा मंच-743:चर्चाकार-दिलबाग विर्क

kshama ने कहा…

Kya kamaal ka likhatee ho!

tips hindi me ने कहा…

हाल-ए-दिल वो ही जाने जिस पे ये गुजरती है,
चेहरे से बयां होती है, दिल में हूक से उठती है |
कोई क्या बयां कर पायेगा इसे अल्फाजों में,
ये तो हर पल हर वक्त उस दिल में सुलगती है |

टिप्स हिंदी में

हरीश जयपाल माली ने कहा…

खूबसूरत रचना...
मुहब्बत की बातें सिर्फ बातें नहीं होती सजदें हुआ करती है..

सु-मन (Suman Kapoor) ने कहा…

अंदाज - ए - मुहब्बत ...शुभान अल्लाह

Dr.Ashutosh Mishra "Ashu" ने कहा…

Muhabbat me fana hone se muhabbat ke tauheen hai..dard kitna bhee ho dil me honthon par muskan rahe..fana ho jaane me kahan muhabaat kee shan rahe...behtarin..sadar badhayee aaur amantran ke sath

S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib') ने कहा…

जो बातें तेरा दिल
तुझसे नहीं कह पता
वो मुझे आकर बता जाता है...

सुन्दर रचना....
सादर बधाई..

***Punam*** ने कहा…

aisi bhi baaten hoti hain....
khoobsoorat,...!

मन के - मनके ने कहा…

जिएं तो ऐसे जिए कि दुनिया को रश्क होने लगे—क्या खूब,प्यार मिट कर ही जी पाता है.

मन के - मनके ने कहा…

जिएं तो ऐसे जिए कि दुनिया को रश्क होने लगे—क्या खूब,प्यार मिट कर ही जी पाता है.

Unknown ने कहा…

प्यार का अंदाजेबयां कुछ ऐसा भी. एक अलग हट के प्रस्तुति के लिए बधाई

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

सुंदर अभिव्यक्ति बेहतरीन रचना,.....
नया साल सुखद एवं मंगलमय हो,....

मेरी नई पोस्ट --"नये साल की खुशी मनाएं"--

vikram7 ने कहा…

खामोश दीवारें
कब बोली हैं
वहाँ तो सिर्फ
मोहब्बत चिनी है
मोहब्बत की है
दर्द भी सहना होगा
वियोग का गम भी
हँस के पीना होगा
ये तू भी जानता है
और मैं भी
बेहतरीन रचना
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें
vikram7: आ,साथी नव वर्ष मनालें......

Onkar ने कहा…

muhabbat par bahut sundar likha aapne

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

मन हुलसे, वह प्रेम जगे..

amit kumar srivastava ने कहा…

नव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाएँ।