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सोमवार, 22 जनवरी 2018

हे वीणावादिनी हे तमहारिणी

 
 
हे वीणावादिनी हे तमहारिणी
होकर दयाल दे ये वरदान
खुशहाल हो सकल संसार

सुबुद्धि का वास हो
कोई न उदास हो
जीवन में उल्लास हो
बस तुझ पर ही विश्वास हो

बसंत सा हर मन हो
हर आँगन तेरा घर हो
उमंग का नर्तन हो
सप्त सुरों सा जीवन हो

बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें



3 टिप्‍पणियां:

Jyoti khare ने कहा…

बसंत का सुखद और प्रेम भरा आगमन
बहुत सुंदर रचना
बधाई
सादर

Jyoti khare ने कहा…

बसंत का सुखद और प्रेम भरा आगमन
बहुत सुंदर रचना
बधाई
सादर

Onkar ने कहा…

बहुत सुन्दर पंक्तियाँ