दोस्तों
इंतज़ार की घड़ियाँ ख़त्म हुयीं और हाजिर है " हिन्दी अकादमी दिल्ली " से स्वीकृत मेरी पुस्तक मेरी पुस्तक " बदलती सोच के नए अर्थ " आपके अपने जाने माने प्रकाशन हिन्द युग्म पर
हाल नंबर 18
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मूल्य मात्र ------ १२० रूपये
और मैं तो सभी दोस्तों से मिलने को आपकी सेवा में हाजिर रहूँगी ही
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6 टिप्पणियां:
बधायी हो वन्दना जी!
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बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज बृहस्पतिवार (20-02-2014) को जन्म जन्म की जेल { चर्चा - 1529 } में "अद्यतन लिंक" पर भी है!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बहुत सुंदर,बधाई वंदना जी,,,
RECENT POST - आँसुओं की कीमत.
बहुत बहुत बधाई
बहुत बधाई और शुभकामनाएं ...
HARDIK BADHAEE AUR SHUBH KAMNA
VANDANA JI .SAB KO AAPKEE LEKHNI
PAR GARV HAI .
HARDIK BADHAEE AUR SHUBH KAMNA
VANDANA JI .SAB KO AAPKEE LEKHNI
PAR GARV HAI .
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