मेरे फ़लक से तुम्हारे फ़लक तक
विचरती आकाश गंगायें
जरूरी तो नहीं
माध्यम बने ही
सम्प्रेक्षणता का
जबकि जानते हो
ध्वनियों में भी गतिरोध हुआ करते हैं
उमस के दरवाज़ों पर भी ताले हुआ करते हैं
खपरैलों के भी उडने के मौसम हुआ करते हैं
यूँ भी बेवजह ढोलक पर थाप नही दी जाती
तो फिर क्यों बेज़ार हो खटखटाऊँ मौन की कुण्डियाँ
जब नक्काशी के लिए मौजूद ही नहीं सुलगती लकड़ियाँ
अब कौन दीवान-ए -आम और दीवान-ए -ख़ास की जद्दोजहद में उलझे
जब नागवारियों की नागफनियों से गुलज़ार हो मोहब्बत का अंगना
ज़िन्दगी जीने के सबके अंदाज़ जुदा हुआ करते हैं जानम !!!
अपना अपना अंदाज़ जिंदगी का -- ज़ीने का मूलमंत्र है ज़रूर,मगर पाश्चात्य जिवाब शैली ! अपनी पंक्तियों में आपने इसे अति सशक्त भाव से व्यक्त किया है.बहुत बहुत बधाई ! तनिक इसे भी देखें:-
जवाब देंहटाएं"आंसू और हंसी के सन्दर्भ में पारदर्शी होता है हर शक्श,जब हम मिलते है तो हम पर पड़ता है एक दूसरे का अक्स. तब हम जुदा नही होते,ख्यालो में रहते औ सोच के व्योम में विचरते है...."
पुनः बधाई - सार गर्भित, सादी और सुन्दर पंक्तियों के लिए ! शाबाश !!
अपना अपना अंदाज़ जिंदगी का -- ज़ीने का मूलमंत्र है ज़रूर,मगर पाश्चात्य जिवाब शैली ! अपनी पंक्तियों में आपने इसे अति सशक्त भाव से व्यक्त किया है.बहुत बहुत बधाई ! तनिक इसे भी देखें:-
जवाब देंहटाएं"आंसू और हंसी के सन्दर्भ में पारदर्शी होता है हर शक्श,जब हम मिलते है तो हम पर पड़ता है एक दूसरे का अक्स. तब हम जुदा नही होते,ख्यालो में रहते औ सोच के व्योम में विचरते है...."
पुनः बधाई - सार गर्भित, सादी और सुन्दर पंक्तियों के लिए ! शाबाश !!
प्रभावशाली रचना |
जवाब देंहटाएं"झारखण्ड की सैर"
सुंदर रचना के लिये ब्लौग प्रसारण की ओर से शुभकामनाएं...
जवाब देंहटाएंआप की ये खूबसूरत रचना आने वाले शनीवार यानी 19/10/2013 को ब्लौग प्रसारण पर भी लिंक की गयी है...
सूचनार्थ।
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंआपने इतनी सरलता से आपने ये कविता लिखी हैं कि पढ़ते के साथ नया जोश आ गया , आपकी ये पंक्ति तो मेरे दिल को छू गयी। "ज़िन्दगी जीने के सबके अंदाज़ जुदा हुआ करते हैं जानम !!!:
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद वंदना जी
आपने इतनी सरलता से आपने ये कविता लिखी हैं कि पढ़ते के साथ नया जोश आ गया , आपकी ये पंक्ति तो मेरे दिल को छूगयी। "ज़िन्दगी जीने के सबके अंदाज़ जुदा हुआ करते हैं जानम !!!:
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद वंदना जी
सशक्त भाव लिए सुंदर रचना !
जवाब देंहटाएंRECENT POST : - एक जबाब माँगा था.
बहुत बढिया प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया भाव , बधाई आपको ।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन अभिवयक्ति.....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर और प्रभावी रचना...
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