पृष्ठ
(यहां ले जाएं ...)
मुखपृष्ठ
▼
गुरुवार, 12 अप्रैल 2012
अब आचमन को गंगा कहाँ से लाऊँ?
पानी ठहर गया है
शायद बहना भूल गया है
तभी तो अब इसमें
हिलोरें नही उठतीं
कहीं काई तो नही जम गयी
अब आचमन को गंगा कहाँ से लाऊँ?
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
आपके विचार हमारे प्रेरणा स्त्रोत हैं …………………अपने विचारों से हमें अवगत कराएं ………शुक्रिया
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
आपके विचार हमारे प्रेरणा स्त्रोत हैं …………………अपने विचारों से हमें अवगत कराएं ………शुक्रिया