मै तो
कल भी
वही थी
और आज भी
तुम ही
ना जाने
किस मोड
पर मुड गये
अब खाली
मोड ही
रोज चिढाता है
मगर
आस का
दीप अभी
बुझा नही है
शायद
किसी
गोधुलि वेला मे
तुम आओगे
जीवन को
मुकाम देने
और अपने
नेह को
आयाम देने
देखो
सूखने मत देना
इस आस के
वृक्ष को
तुम्हारे इंतज़ार के
पवित्र जल से
सींच देना
अंकुर जरूर फ़ूटेंगे
एक दिन ---------------- -------------
... bahut sundar ... prasanshaneey !!!
जवाब देंहटाएंआस बनी रहे,
जवाब देंहटाएंप्यास बनी रहे,
जब तक मिल न जायें वो,
साँस बनी रहे।
किसी
जवाब देंहटाएंगोधुलि वेला मे
तुम आओगे
जीवन को
मुकाम देने
और अपने
नेह को
आयाम देने
pratiksha vyarth nahi hogi, wo subah aayegi
दर्द को आशा बना लेना.. गोधुली में सुबह को देखना.. आपकी यह कविता बता रही है.. एक और सुन्दर प्रेम कविता.
जवाब देंहटाएंउम्मीद पर दुनिया कायम है ....खूबसूरत अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंआस बनी रहे,
जवाब देंहटाएंप्यास बनी रहे,
जब तक मिल न जायें वो,
साँस बनी रहे।
वाह क्या बात है...!!
बेहतरीन...!!
भावों की सुदर अभिव्यक्ति .. बहुत अच्छी रचना !!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन!
जवाब देंहटाएंक्रिसमस की शुभ कामनाएं
सादर
उम्मीद पर दुनिया कायम है
जवाब देंहटाएंसुन्दर एवं भावप्रवण अभिव्यक्ति
bahot saral aur sunder.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना वंदना जी।
जवाब देंहटाएंनिश्छल आस की,
जवाब देंहटाएंपावन विश्वास की
सुन्दर रचना.
भावों को वहन करते
सार्थक शब्दों का चयन.
=====================
डॉ.चन्द्रकुमार जैन
देखो
जवाब देंहटाएंसूखने मत देना
इस आस के
वृक्ष को
तुम्हारे इंतज़ार के
पवित्र जल से
सींच देना
अंकुर जरूर फ़ूटेंगे
एक दिन --------
यही विश्वास जीने का सहारा है..बहुत भावपूर्ण प्रस्तुति
सुन्दर प्रस्तुति , उम्मीद से दामन बांधे रहे तो शुकून मिलता है.
जवाब देंहटाएंमोड़ का चिढ़ाना.
जवाब देंहटाएंआस का वृक्ष.
इंतजार का पवित्र जल.
आजकल कहाँ कहाँ से ये सारे प्रतीक और बिम्ब आप ला रहीं हैं ,वंदना जी.
आप तो कमाल का लिखने लगी हैं.
तारीफ में क्या कहूँ ?
साहित्याकाश की तरफ ये छलांग कैसे लगाई आपने ?
बेहतरीन और सिर्फ बेहतरीन.
"समस हिंदी" ब्लॉग की तरफ से सभी मित्रो और पाठको को
जवाब देंहटाएं"मेर्री क्रिसमस" की बहुत बहुत शुभकामनाये !
()”"”() ,*
( ‘o’ ) ,***
=(,,)=(”‘)<-***
(”"),,,(”") “**
Roses 4 u…
MERRY CHRISTMAS to U…
मेरी नई पोस्ट पर आपका स्वागत है
बहुत सुंदर रचना जी, धन्यवाद
जवाब देंहटाएंमानवीय भावनाओं की सहज लेकिन सुंदर अभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना!
जवाब देंहटाएंआपको एवं आपके परिवार को क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंप्रतिक्षा के पल, बेहतरीन पल...
जवाब देंहटाएंवंदना......जब बीज बो दिया गया है...तो अंकुर जरुर फूटेंगे....आप...कविता कहतीं हैं...या अपनी बात....मैं असमंजस मैं हूँ....आप आम बात कहतीं है.....या किसी ख़ास....को..संबोधित करतीं हैं.....प्रेम भी एक सितार है....जहाँ एक तार झंकृत होता ...दूसरा अपने आप झंकृत होता......इंतज़ार रहता है ....
जवाब देंहटाएं२०११.....हर्ष नव, वर्ष नव.......जीवन उत्कर्ष नव.
अगर आप मुझे देव साहब कि बजाय...सिर्फ देव ही कहें....तो अच्छा लगेगा....कविता कि अंतिम पंक्ति "एक दिन....." उम्मीद बंधाती है.....और क्या लिंखुं......क्या - क्या लिखवा दिया आपने....अब कुछ समझने को बाकी कहाँ रहा....
क्रिसमस की शांति उल्लास और मेलप्रेम के
जवाब देंहटाएंआशीषमय उजास से
आलोकित हो जीवन की हर दिशा
क्रिसमस के आनंद से सुवासित हो
जीवन का हर पथ.
आपको सपरिवार क्रिसमस की ढेरों शुभ कामनाएं
सादर
डोरोथी
क्रिसमस की शांति उल्लास और मेलप्रेम के
जवाब देंहटाएंआशीषमय उजास से
आलोकित हो जीवन की हर दिशा
क्रिसमस के आनंद से सुवासित हो
जीवन का हर पथ.
आपको सपरिवार क्रिसमस की ढेरों शुभ कामनाएं
सादर
डोरोथी
आशा का सन्देश देती हुई सुन्दर रचना के लिए बहुत-बहुत बधाई!
जवाब देंहटाएंकिसी गोधूली वेला में सपना सकार होगा ...
जवाब देंहटाएंउम्मीद के अंकुर बीज बन कर फूटेंगे ...
यही सकारात्मक सोच जीवन को गति देती है !
मगर
जवाब देंहटाएंआस का
दीप अभी
बुझा नही है
शायद
किसी
गोधुलि वेला मे
तुम आओगे
जीवन को
मुकाम देने
और अपने
नेह को
आयाम देने
देखो
सूखने मत देना
इस आस के
वृक्ष को
तुम्हारे इंतज़ार के
पवित्र जल से
सींच देना
अंकुर जरूर फ़ूटेंगे
एक दिन ----------------
बहुत सुंदर भावाभिव्यक्ति !
NAYA SAAL 2011 CARD 4 U
जवाब देंहटाएं_________
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please open it
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/”**I**”/
/ “MISS” /
/ “*U.*” /
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“LOVE”
“*IS*”
”LIFE”
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/ “LIFE” /
/ “*IS*” /
/ “ROSE” /
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“ROSE”
“**IS**”
“beautifl”
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/”beautifl”/
/ “**IS**”/
/ “*YOU*” /
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Yad Rakhna mai ne sub se Pehle ap ko Naya Saal Card k sath Wish ki ha….
मेरी नई पोस्ट पर आपका स्वागत है !
सुन्दर भाव की अतिसुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंयकीनन अंकुर जरूर फूटेंगे एक दिन