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बुधवार, 1 जनवरी 2014

अर्ध रात्रि की टंकार

अर्ध रात्रि की टंकार 
और  
दोनो कांटो के मिलन के साथ 
मेरा हर लम्हा मानो 
एक युग में  बदल गया 
गुजरे हुये ज़माने में तब्दील हो गया 


अर्ध रात्रि की टंकार 
और  
दोनो कांटो के मिलन के साथ 
मेरे जीवन में मानो 
नव सूर्योदय हुआ 
रूह का पोर पोर खिल गया 

अर्ध रात्रि की टंकार 
और  
दोनो कांटो के मिलन के साथ 
कोई अंतरघोष हुआ मानो 
अवचेतन में चेतन दर्शन हुआ 
खुदी से खुदा मिल गया 


और आखिर में इन शुभकामनाओं के साथ


रोंप खुशियों की कोंपलें
सदभावना की भरें उजास
शुभकामनाओं से कर आगाज़
नववर्ष 2014 में भरें मिठास

नववर्ष 2014 आपके और आपके परिवार के लिये मंगलमय हो ,सुखकारी हो , आल्हादकारी हो
 

8 टिप्‍पणियां:

  1. नवबर्ष की मंगलकामनाएं ....

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  2. आमीन ... २०१४ आपके लिए भी खुशियाँ ले कर आए ... हार्दिक शुभकामनायें ...

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुंदर प्रस्तुति...!
    नव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाए...!
    RECENT POST -: नये साल का पहला दिन.

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत सुंदर प्रस्तुति...!
    नव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाए...!
    RECENT POST -: नये साल का पहला दिन.

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