आदर्श नगर अपने क्षेत्र में पहली बार कविता पाठ करने का मौका मिला जिसका भी अपना ही मज़ा है…………21-4-2013 को स्वामी विवेकानन्द की 150 वीं पुण्यतिथि और नव संवत्सर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रसिद्ध मंचीय कवियों में कवि विनय विनम्र , महेन्द्र शर्मा, अनिल रघुवंशी , बलजीत कौर तन्हा , रसिक , सत्यवान आदि के साथ मंच साझा करने का अपना ही अनुभव रहा जिसे बयान करना मुश्किल है …………राजीव तनेजा जी की शुक्रगुजार हूँ जो उन्होने इस कार्यक्रम का विडियो बनाकर यू-ट्यूब पर डाल दिया उनके साथ बलजीत जी ने भी हमारी हौसला अफ़ज़ाई की और यहाँ आकर मान बढाया ।
गर आप सुनना चाहते हैं तो इस लिंक पर सुन सकते हैं https://www.youtube.com/watch?v=hZcMlW9bbAA https://www.youtube.com/watch?feature=player_detailpage&v=hZcMlW9bbAA अजब बात रही सुबह एन डी टीवी के एक कार्यक्रम "हम लोग " में जाना हुआ और शाम को अपने क्षेत्र में ………सुबह का कार्यक्रम भी यहाँ उपलब्ध है :
गलती से तो नहीं ,जानबूझ कर नजर डाली परन्तु समझमे नहीं आया कि हमारी नजर लग गई थी या विडियो रिसेप्शन ख़राब था .आवाज एवं छवि दोनों अस्पष्ट थे . =लेकिन आपको बधाई
वाह वाह ! बधाई। इस तरह के सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेते रहने से जिंदगी प्यारी लगने लगती है।
जवाब देंहटाएंगलती से क्यूँ भई...बड़ी ख़ुशी से नज़र डाली है..वो भी एक नज़र नहीं भरपूर नज़र...
जवाब देंहटाएं:-)
बहुत बहुत बधाई वंदना...
यूँ ही छाई रहो...
सस्नेह
अनु
बहुत बधाई राजीव जी को भी. ऐसे ही कार्यक्रम चलते रहे. समाज को सार्थक दिशा मिले
जवाब देंहटाएंबधाई ... सच कहा है डाक्टर साहब ने .. ऐसी कार्यक्रम जीवन में उत्साह पैदा करते रहते हैं .. ओर जीवन प्यारा लगता है ...
जवाब देंहटाएंगलती से तो नहीं ,जानबूझ कर नजर डाली परन्तु समझमे नहीं आया कि हमारी नजर लग गई थी या विडियो रिसेप्शन ख़राब था .आवाज एवं छवि दोनों अस्पष्ट थे . =लेकिन आपको बधाई
जवाब देंहटाएंवाह! बहुत बहुत बधाई!
जवाब देंहटाएंहमने तो हंसी ख़ुशी नजर डाली है:)
जवाब देंहटाएंचलिए अब बधाई का टोकरा भी ले लीजिये जल्दी से :)
अपने ज्ञान व कला को विस्तार देने वाले इन महत्वपूर्ण अवसरों में शिरकत हेतु हार्दिक बधाईयां...
जवाब देंहटाएं@कालीपद प्रसाद जी हमारे यहाँ तो साफ़ दिखाई और सुनाई दे रहा है ।
जवाब देंहटाएंबहुतबहुत बधाई .....
जवाब देंहटाएंऔर ढेरों शुभकामनायें ......
वाह वाह .... बहुत बहुत बधाई ।
जवाब देंहटाएंगलती से नही बल्कि जानबूझकर आये हैं.:)
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर और उम्दा कार्यक्रम, शुभकामनाएं.
रामराम.
सशक्त पर सहज उपस्थिति..
जवाब देंहटाएंआपकी यह प्रस्तुति कल के चर्चा मंच पर है
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें
आज की ब्लॉग बुलेटिन गुरु और चेला.. ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएंवाह! बहुत खूब | बधाई |
जवाब देंहटाएंकभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
Tamasha-E-Zindagi
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ख़ुशी से ही देखेंगे जी और बधाई भी देंगे !
जवाब देंहटाएंबहुत शुभकामनायें !
बहुत बहुत बधाई,शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया बधाई
जवाब देंहटाएंवाह जी बल्ले बल्ले
जवाब देंहटाएंek din me do jagah sahaj upasthiti...:)
जवाब देंहटाएंbadhai..
aise hi aage badhen..
वाह
जवाब देंहटाएंwaah ..bahut badhai
जवाब देंहटाएंwaah ..badhai..
जवाब देंहटाएंबधाई
जवाब देंहटाएंअरे वाह क्या बात है वंदना जी. बहुत बधाई.
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