सोचती हूँ
क्या दूँ तुम्हें तोहफा
बहुत हो चुका देना
वस्तुओं का
कपडे, पर्स ,ज्वेलरी
सब भौतिक वस्तुएं
क्योंकि अब तुम
पदार्पण कर चुकी हो
बचपन से उम्र के उस
पड़ाव में जहाँ
हर तरफ ज़िन्दगी
एक जुंग बनकर खड़ी मिलेगी
दुआएं तो हमेशा
हर हाल में
तुम्हारे साथ रहती हैं
इसलिए चाहती हूँ देना
एक ऐसा तोहफा
जिसे तुम हमेशा संजो कर रख सको
और पीढ़ी दर पीढ़ी
उसे आबंटित करती रहो
सुनो बेटी
जब से तुम्हें जन्म दिया
न कोई रोक टोक किया
न कोई फर्क किया
क्योंकि
मुझे कहीं कोई फर्क ही नहीं दिखा
नहीं लगा ऐसा कहीं
जो तुम पर थोपती
कोई मान्यता
मगर आज बदल गया ज़माना
आज बदल गयी इंसानियत
आज बदल गयी हर तस्वीर
आज 21 वीं सदी की नारी कहाती हूँ
इसलिए तुम्हें बताती हूँ
बेशक वक्त का खौफनाक
चेहरा सामने आया है
बेशक एक जंग छिड़ी है
मगर चाहती हूँ अब
तुम्हारा भी योगदान
चाहती हूँ तुम्हें निडर बनाना
अपने हक़ के लिए लड़ना सिखाना
अपनी आवाज़ उठाना
ताकि कल कोई सामाजिक मान्यता
बेडी बनकर तुम्हारे पाँव न रोक सके
अब अपनी जुंग तुम्हें खुद लड़नी है
किसी निगाह में अपने लिए
हमदर्दी नहीं देखनी है
बल्कि अपनी पहचान आप बनना है
एक ऐसा ताजमहल तुम्हें खड़ा करना है
जिस दिन अपनी अस्मिता
अपनी अहमियत , अपनी पहचान
तुम्हें मिलेगी .........देखना
यही दुनिया , यही लोग
यही सोच तुम्हारे आगे
नतमस्तक होंगे
बस अपने हौसलों को न टूटने देना है
बस एक आगाज़ तुम्हें करना है
मुश्किलों से न डरना है
क्योंकि
इतिहास में तारीखें तभी अमर हुआ करती हैं
जब शख्सियतें इबारत लिखा करती हैं
और इस बार तुम्हें गढ़नी है इबारत
अपने अस्तित्व की, अपनी पहचान की , अपने स्वाभिमान की
बिटिया के जन्मदिन पर आज के हालत को देखते हुए एक माँ का बस यही है तोहफा उसके लिए
बिटिया के जन्मदिन पर बेहतरीन तोहफा ...
जवाब देंहटाएंबिटिया को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें
बेहतरीन
जवाब देंहटाएंबिटिया को जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई!
जवाब देंहटाएं--
इस अवसर पर माँ का दिया हुआ तोहफा अमोल होता है।
--
सुन्दर रचना!
bemisaal tohfa hai ye to.....
जवाब देंहटाएंहाँ बेटी,
जवाब देंहटाएंआशीर्वाद
और माँ के साथ एक सीख मासी की भी
विनम्रता,सहनशीलता का अस्तित्व रखना
पर आँधियों के मध्य (जो ना आयें कभी)
याद रखना
कि आंधियां अपने हिसाब से आ ही जाती हैं
उससे खुद को ना कमज़ोर समझना
ना विफल
अगला कदम और सशक्त रखना .
शारीरिक संरचना प्रभु ने बनाई है
तो उसकी सोच को हमेशा पूजना
उसका सम्मान करना
और ज़िन्दगी को ख़ुशी से जीना
शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रयास.सार्थक भावनात्मक अभिव्यक्ति ”ऐसी पढ़ी लिखी से तो लड़कियां अनपढ़ ही अच्छी .”
जवाब देंहटाएंआप भी जाने @ट्वीटर कमाल खान :अफज़ल गुरु के अपराध का दंड जानें .
बहुत बहुत शुभकामनायें..... बड़ा तो हूँ ही तो आशीर्वाद भी चलेगा :-)
जवाब देंहटाएंजन्मदिन पर बेहतरीन तोहफा ...
जवाब देंहटाएंबिटिया को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें
बिटिया के जन्मदिन पर माँ का दिया हुआ अनमोल तोहफा ....
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत शुभकामनाएं ....
भावपूर्ण कविता, बिटिया को जन्मदिन की शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंइससे अच्छा भला और क्या हो सकता है तोहफा..
जवाब देंहटाएंबिटिया के जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनायें आज हर माँ को अपनी बेटी को यही तोहफा देने की जरूरत है भावपूर्ण भावभिव्यक्ति...
जवाब देंहटाएंबिटिया को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें...आज के हालात में बिटिया को इससे अच्छा जन्मदिन का तोहफा और क्या हो सकता है...
जवाब देंहटाएंsadhoo sadhoo
जवाब देंहटाएंबेहतरीन ...
जवाब देंहटाएंबिटिया को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें!!!
जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनाये
जवाब देंहटाएंसहरसा टाइम्स