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शनिवार, 22 अक्टूबर 2011

आज राधा बनी है श्याम






आज राधा बनी है श्याम 
 नाचें कैसे नन्दकुमार

पैरों मे पहने कैसे पायलिया
छम छम नाचें देखो कैसे सांवरिया
मुरली पे छेडी कैसी तान 
 नाचें कैसे नन्दकुमार
आज राधा ...................

लहंगा चोली कैसे पहने सुकुमार
लाला से बने लली कैसे नन्दलाल
सिर पर ओढ़ी है चूनर लाल
 नाचें कैसे नंदकुमार
आज राधा.................


मोहिनी मूरत रही कैसे लुभाय
मधुर चितवन ने दियो होश गंवाय
माथे पर बिंदी ने कियो है कमाल
 नाचें कैसे नंदकुमार
आज राधा बनी है श्याम 
 नाचें कैसे नन्दकुमार

मेरो तन मन लियो है वार
नाचें कैसे नंदकुमार
मेरो जियो लियो है चुराय
नाचें कैसे नंदकुमार
जिसकी ठोढ़ी पे चमके हीरा लाल 
नाचें कैसे नंदकुमार 
आज वृषभान लली बनी श्याम
नाचें कैसे नंदकुमार 


आज राधा बनी है श्याम 
 नाचें कैसे नन्दकुमार








अब चाहें तो इस लिंक पर सुन भी लीजिये 
http://www.facebook.com/photo.php?v=२६६००९८६०१०९८८१



37 टिप्‍पणियां:

  1. अलग ही अंदाज सुन्दर गीत वन्दना जी।

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  2. vandnaajee bahut khoobsoorat likhtee hein aap,bhagwaan ishwar aapko bahut oochaayiaan de ,aap kee kalam din raat nikhartee rahe

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  3. वंदना जी ... आज आपने याद दिला दी कृष्ण लीला... उम्दा वाह ..आज राधा बनी श्याम ..सुन्दर कविता

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  4. आपकी अनुपम प्रस्तुति ने तो दिल चुरा लिया है वंदना जी.प्रेम के रंग में रंग दिया है आपने.

    सुन्दर प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार.

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  5. आपकी मधुर भक्तिमय भोलीभाली सी आवाज
    में सुनकर तो मन आनंद के सागर में गोते लगा रहा है.

    सुनवाने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया,वंदना जी.

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  6. पढ़ कर और सुनकर बहुत अच्छा लगा।

    सादर

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  7. vandana ji aaj RADHA AUR SHYAM se sambandhit aapka shirshak dekh kar apne ko rok nahin paya aur madhur bhakti rachna ko padh aur sunkar bhav vibhor ho gaya , anand hi anand.

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  8. यह कृष्णमय पोस्ट पढ़ कर मन-मयूर नाच उठा।

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  9. खूबसूरत लीला है सब कुछ राधा और कृष्णमय ही तो है

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  10. बहुत ही सुन्दर शब्द भाव और रचना....

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  11. आज राधा बनी है श्याम
    नाचें कैसे नंदकुमार।

    राधा और श्याम की लीला अपरम्पार है।
    मोहक छवि जीवंत करती सुंदर कविता।

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  12. वाह सुन्दर कल्पना को धब्द दिए अहिं आपने ... आज राधा बनी है श्याम ...

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  13. “कब राधा औ श्याम हैं, अलग अलग दो अंग
    इन सा संगम औ कहाँ, जैसे जमुना गंग”.

    बहुत सुन्दर रचना....
    आपको सपरिवार दीप पर्व की सादर बधाईयां....

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  14. बहुत हि सुन्दर एवं भावनात्मक !
    दीवाली कि हार्दिक शुभकामनायें!

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  15. राधे, कृष्ण की लीला का क्या कहना ....इसे सुंदर शब्दों में पिरोया आपने .....

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  16. आपको एवं आपके परिवार के सभी सदस्य को दिवाली की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें !
    मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
    http://seawave-babli.blogspot.com/
    http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/

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  17. राधा ही श्याम नहीं बनी,श्याम ने भी महिला का वेष धारण कर मिलने का उपक्रम किया है। विद्यापति ने इस विषय पर कुछ बहुत सुंदर गीत लिखे हैं।

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  18. सुन्दर गीत... सुरीली आवाज़... बहुत सुन्दर... अप्रतिम...

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  19. अति सुन्दर...

    आपको धनतेरस और दीपावली की हार्दिक दिल से शुभकामनाएं
    MADHUR VAANI
    MITRA-MADHUR
    BINDAAS_BAATEN

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  20. भावों से लबरेज़.
    दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें.

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  21. लाजवाब प्रस्तुति

    आपको व आपके परिवार को दीपावली कि ढेरों शुभकामनायें

    जवाब देंहटाएं

आपके विचार हमारे प्रेरणा स्त्रोत हैं …………………अपने विचारों से हमें अवगत कराएं ………शुक्रिया