आ मेरी चाँदनी
तुझे कौन से
दामन मे सहेजूँ
कैसे तेरी राहो को
रौशन करूँ
कौन से नव
पल्लव खिलाऊँ
जो तू मुस्काये तो
मै मुस्काऊँ
ये जग मुस्काये
हर कली खिल जाये
चाँद की चाँदनी भी
तुझसे रश्क खाये
आ मेरी चांदनी
तुझे ऐसे संवारूं
जो तू चले तो
हवाये चले
जो तू रुके तो
वक्त थम जाये
तेरी इक जुम्बिश पर
ये जहाँ हिल जाये
आ मेरी चाँदनी
तुझे सीने मे बसा लूँ
और एक नया जहाँ बसा लूँ
जिसमे तू ऐसे सिमट जाये
कि हर आंगन महक जाये
आ मेरी चाँदनी
इक दीप जलाऊँ
जिसकी रौशनी में
हर आँगन महक जाये
घर घर गूंजे किलकारी
खिले हर बगिया न्यारी
तू हर घर में महक जाये
तेरी खुशबू यूँ बिखर जाये
हर आँगन में तुझसी
इक कली खिल जाये
आ मेरी चाँदनी
तुझे पलकों में सजाऊँ
तुझे तेरा हक़ दिलाऊँ
और इस जहाँ को
इक आईना दिखाऊँ
तुझे ऐसे बुलंद करूँ
कि आसमाँ भी छोटा पड़ जाये
और तेरा सितारा
जहाँ में रोशन हो जाये
आ मेरी चाँदनी
तुझ पर हर ख़ुशी मैं लुटाऊँ
और तेरी बुलंदियों को
आसमाँ पे सजाऊँ
aa meri chandni......swagat hai tumhara......
जवाब देंहटाएंवाह ...बहुत ही सुन्दर भावमय करते शब्द ।
जवाब देंहटाएंचन्दा की चाँदनी।
जवाब देंहटाएंBahut hee sundar rachana!
जवाब देंहटाएंचांदनी के साथ नई जिन्दगी का आवाहन....!!
जवाब देंहटाएंवंदना जी बहुत ही सुन्दर कविता लिखी है आपने धन्यवाद् |
जवाब देंहटाएंkanya divas par bahut bahut pyaari rachna.bahut pyaari tasveeren.
जवाब देंहटाएंचांदनी में भींगी रचना
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना.... अंतिम पंक्तियों ने मन मोह लिया...
जवाब देंहटाएंA great creation on this particular day.
जवाब देंहटाएंवाह ...बहुत ही कोमल भावो को खूबसूरती दी है आपने ...सुन्दर...
जवाब देंहटाएंहर आंगन महक जाये ||
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति पर बधाई ||
बेटियाँ चांदनी जैसी ही ठंडक देती हैं ..सुन्दर भावपूर्ण रचना
जवाब देंहटाएंइस कविता द्वारा प्रेषित भावना मन को भावविह्वल करती हैं।
जवाब देंहटाएंहुत ही खुबसूरत भावाभिवय्क्ति.....
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर भावाभिवय्क्ति.....
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर भावप्रवण रचना. ममतामयी जज़्बात. बहुत बहुत बधाई सुंदर कविता प्रस्तुत करने के लिये.
जवाब देंहटाएंkhubsurt chandni ki chamak ....maasum muskaan ...
जवाब देंहटाएंतुझे ऐसे बुलंद करूं
जवाब देंहटाएंकि आसमां भी छोटा पड़ जाए
चांदनी के लिए कोमल कामनाओं से युक्त यह कविता भाव विभोर करने वाली है।
बहुत सुन्दर भावमयी रचना....
जवाब देंहटाएंपुत्री दिवस की सादर बधाईयाँ....
बेहतरीन रचना....
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना.
जवाब देंहटाएंरामराम.
बेहतरीन रचना.
जवाब देंहटाएंरामराम.
बाई गॉड, वेरी क्यूट।
जवाब देंहटाएं------
मनुष्य के लिए खतरा।
...खींच लो जुबान उसकी।
बच्चों का सान्निध्य ही बड़ों का स्वर्णकाल है।
जवाब देंहटाएंऐसा लगता है, इस रचना में आपने अपना पूरा प्यार, दुलार, लाड़ और आशीष उड़ेल दिया है.. सुन्दर भावपूर्ण रचना...
जवाब देंहटाएंसुन्दर पोस्ट और तस्वीरे भी बड़ी प्यारी हैं|
जवाब देंहटाएंबहुत ही कोमल भावनाओं में रची-बसी खूबसूरत रचना के लिए आपको हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएंबहुत भावपूर्ण अभिव्यक्ति..
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुती।
जवाब देंहटाएंसुन्दर कविता .
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंआपको नवरात्रि की ढेरों शुभकामनायें.
behad khoobsoorat rachna
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