जब तब छेड़ जाती है उसकी यादों की पुरवाई सूखे ज़ख्म भी रिसने लगते हैं किसी को चाहना बड़ी बात नहीं मसला तो उसे भुलाने में है
बहुत सुन्दर
Nice line
बहुत उम्दा पंक्तियाँ!!
बहुत बढ़िया
आपके विचार हमारे प्रेरणा स्त्रोत हैं …………………अपने विचारों से हमें अवगत कराएं ………शुक्रिया
बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंNice line
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा पंक्तियाँ!!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएं