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बुधवार, 13 मई 2009

तेरा नाम

मुझे आइना दिखाने वाले
मुझे मुझसे मिलाने वाले
कल तक तुझे था इंतज़ार
आज तुम बन गए हो मेरा प्यार
मेरे इस जनम को सजाने वाले
कल तक थे तुम अजनबी
आज तुम बन गए हो हमराही
मेरी रूह की प्यास बुझाने वाले
मेरी जन्मों की थकन मिटाने वाले
मेरी खामोशी को जुबान देने वाले
मेरे दर्द को भी पी जाने वाले
कल तक तुझे था प्यार
आज मेरी जुबान पर है
बस तेरा नाम , तेरा नाम, तेरा नाम .......................

11 टिप्‍पणियां:

  1. वन्दना जी।
    आपने पोस्ट के अक्षरों का रंग नीला किया हुआ है। बड़ी कठिनाई से पढ़ पाया हूँ। कृपया इनका रंग सफेद या लाइट ही रखा करें।
    मुश्किल से मिलता है, कोई अपना जीवन मे।
    देना मत सन्ताप कभी, उसको अपनेपन में।।

    जिसने दर्पण दिखला करके,
    तुमको-तुम से मिला दिया है ।
    प्यार उसे जीवन भर करना,
    जिसने गुलशन खिला दिया है।।

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  2. मुश्किल से मिलता है, कोई अपना जीवन मे।
    देना मत सन्ताप कभी, उसको अपनेपन में।।
    जिसने दर्पण दिखला करके,
    तुमको-तुम से मिला दिया है ।
    प्यार उसे जीवन भर करना,
    जिसने गुलशन खिला दिया है।।

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  3. बहुत बहुत बधाई ये नाम उम्र भर जुबां पर रहे और कलम से लिखती रहें

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  4. जीवन साथी पर लिखी गई कविता यथार्थ को छू गई.
    आपका प्रेम जनम जनम तक बना रहे.
    - विजय

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  5. बढ़िया है..जरा फॉन्ट का कलर बदल लें..सफेद भी अच्छा लगेगा..पढ़ने में सुविधा होगी. मात्र एक निवेदन है.

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  6. meri rooh ki pyaas mitane wale
    meri janmon ki thakan mitane wale.'

    wah vandana ji, gahri baat hai. dil ko chhooti hai. badhai.

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  7. वाह.प्यार की मधुर अभिव्यक्ति है ये रचना..........कोमल भावनाओं से सजी......लाजवाब

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  8. bas pyar ho jaata hai to ikarar kar liya karo,
    pyar ke naazuk lamhonke fasane hoth par sajakar jiya karo ...

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